बेलोरा पुलिस चौकी में एक-साथ अवैध शराब-डिझल कि खरेदी -बिक्री सुरू
एक साथ ढाबा- पानठेला में ” गिरी” और “वर्मा “का अवैध धंदा “भारत” संभाल रहा
घुग्घुस :किसी सार्वजनिक स्थाल तथा मुख्य मार्ग के किनारे अवैध डिझल और शराब कि खरेदी -बिक्री करना कानून जुर्म है।क्योकि डिझल अत्यंत ज्वलनशील पदार्थ है।इस तरह खुले में रखने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता हैं। परंतु पुलिस निरीक्षक श्याम सोनटक्के के संरक्षण मे घुग्घुस-वणी मुख्यमार्ग पर बेलोरा पुलिस चौकी के पास झोपड़ी ढाबा तथा पान ठेले कि आड़ में एक ही जगह से अवैध शराब और डिझल की खरेदी -बिक्री रात बेरात धड़ल्ले से सुरु है।
बेलोरा पुलिस चौकी में सड़क के किनारे कोयला ट्रक,निजी बस,सिमेट वाहनों से डिझल निकालकर छोटी पानटपरी,ढाबा में खुलेआम रात बेरात अवैध डिझल तथा शराब कि खरेदी -बिक्री चल रही है।धाबे में सुरू अवैध डिझल के खरेदी -बिक्री में “गीरी” नामक कोई व्यक्ति प्रति लीटर पर दस,पंद्रह रू कमाकर खुप फलफुल रहा है।यह पर रोज़ ट्रको से हजारों लीटर डिझल तश्करी होती है।डिझल में मिलावटखोरी नापतोल में डंडी मारने का कार्य खुप चलता है।
यह कारोबार लगातार खुप फलने -फूलने के कारण राज्स्व विभाग के साथ साथ महाराष्ट्र सरकार को भी बड़ी वित्त-हानी पहुंच रही है। पुलिस थाना सरंक्षण में सबकुछ सुरु रहेने के साथ अधिकारी अनजान बनकर खुला देख रहे हैं। क्योंकि इसकी खैरात महीना, हफ़्ते में जगह तक पहुंचने की जानकारी तश्करो से प्राप्त हुआ।
मुख्य मार्ग के किनारे पानटपरी में किसी “वर्मा ” नामक व्यक्ति भी अवैध शराब कि बिक्री खुलेआम सड़क किनारे कर रहा है। यहां पर वाहन चालक को अपने हिसाब और समय नुसार शराब पीने और पार्सल के लिए प्राप्त होता है।
रोज रात बेरात बेलोरा पुलिस चौकी में सड़क के किनारे खुलेआम एक साथ ढाबा,पानटपरी में “भारत ” नामक किसी व्यक्ति द्वारा धंदे चलाया जा रहा है। कारवाई के नामपर कही कुछ नही हो रहा है।यह सब पुलिस थाना अधिकारी को मालूम होने के बावजूद भी कुछ नहीं हो रहा है। शराब के सेवन से यहा पर ट्रक चालकों से कभी भी किसी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है।
बताया जाता है कि यहां पर सुरु अवैध धंदे के खिलाफ वेकोलि कर्मचारी तथा स्थानिक लोगों ने पुलिस को मौखिक सुचना दी थी। लेकिन मामले में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस अधीक्षक मुमक्का सुदर्शन से सड़क के किनारे सुरु डिझल,शराब कि अवैध खरेदी -बिक्री की पर लगाम कसने कि मांग वेकोलि कर्मचारी तथा स्थानिक लोग कर रहें हैं।