वेकोलि भुमिगत खदान में पैसा देकर मिल रही सर्फेस कि नौकरी

49

वेकोलि भुमिगत खदान में पैसा देकर मिल रही सर्फेस कि नौकरी



नेता और क्षेत्रीय अधिकारी के सांठगांठ से जनरल मजदूरों को सर्फेस मे नौकरी


घुग्घुस: वेकोलि वणी नार्थ भालर क्षेञीय प्रबंधक में आनेवाली राजुर-भांदेवाडा भुमीगत कोयला खदान और घोन्सा खुली खदान में नेता और क्षेत्रीय खदान अधिकारी,खान प्रबंधक के सांठगांठ से जनरल मजदूर को बडे प्रमाण दी जा रही सर्फेस के लिए नौकरी भुमिगत खदान में पिछले कुछ वर्ष से 800 से अधिक नए पुराने जनरल मजदूर नौकरी कर रहे हैं। भुमिगत खदान में पुर्व केवल दस-बीस लोगों को सर्फेस मे नौकरी दी जाती थी।
वर्तमान में नेता और क्षेत्रीय अधिकारी के संपर्क में जुडे अधिक लोगों को सर्फेस मे हल्की नौकरी दिया जा रहा है।साथ ही सर्फेस में नौकरी करने वालो 80/90 लोगों को रोज खदान में कुलर के नीचे थंडी हवा में मोबाइल स्क्रीन पर ड्यूटी के घंटे,दीन काटने के लिए सुनहरा मौका भी मिल रहा है। नागपुर क्षेत्र से आनेवाले युवक ,चुस्त,फुर्तीले जनरल मजदूर को सांठगांठ से सर्फेस पर नौकरी के लिए मौका मिल रहा। खदान में काफी वर्ष से ड्यूटी करनेवाले एजेड,टुटे-फुटे,बिमार,ड्यूटी करने योग्य नहीं ऐसे व्यक्ति को कोयला खदान के अंदर उत्खनन के लिए भेजा जाता है।ऐसे व्यक्ति से कोयला खदान के अंदर दुर्घटना होने कि संभावना हमेशा बनी रहेती है।घर मे मजबुरी से पिडीत लोग पेट के खातीर जान को हथेली में रखकर भुमिगत खदान के अंदर डेंजर झोन (15 लेवल)में नौकरी कर रहे हैं।जो भांदेवाडा भुमिगत खदान में सबसे ख़तरनाक वाला एरीया माना जाता है। खदान में पानी और मल्बे (किचड़) मे घुसकर कोयला खोदने का कार्य चल रहा है। लेकिन कोयला खदान से समाप्त हो चुका है।वणी क्षेत्र अपने प्रतिष्ठा बचाने के लिए किसी तरहा खदान को जिंदा रखा है। लेकिन भांदेवाडा भुमिगत खदान कि समय सीमा समाप्त हो चुकी है। लक्ष्य नही रहा।खदान में कोयला उत्पादन का स्टेज़ वेंटीलेटर में आखरी सांस गीन रही है। क्षेत्रीय अधिकारी और नेता बदौलत सर्फेस में नौकरी करने रवि मस्के और राहुल पाल रिश्वतखोरी में सिक्का जमा लिया है। राहुल पाल भांदेवाडा खदान में हफ्तेखोरी कर रहा हैं।घोन्सा खुली खदान में रवि मस्के पैसे कि दलाली सुरू कर रखा है।भालर क्षेत्र में आनेवाले सभी खदान को नेता और क्षेत्रीय अधिकारी मिलकर कोयला खदान चला रहें। दोनों अपने नियमों के मुताबिक सिग्नल में हरी बत्ती जला रहे हैं। खदान चरम सीमा पर चल रही है। खदान में डीजीएमएस, विजीलेंस,सीबीआई,टीम कि विशेष जांच नही होने पर वेकोलि प्रशासन को भांदेवाडा भुमिगत कोयला खदान से करोड़ों अरब का नुक़सान भी हो रहा।लोकप्रतिनिधीत्व करनेवाला अपना नेता भी जागृत नही है।
नागरीक तथा सामाजिक कार्यकर्ता ने भांदेवाडा,घोन्सा खदान में भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी पर जांच करनें बाद कार्रवाई करने कि मांग वेकोलि प्रशासन, डीजीएमएस, विजीलेंस,सीबीआई से आवाज उठा रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here