घुग्घुस फ्युलको साइडिंग मे प्रदुषण अधिकारी कि रेड

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घुग्घुस फ्युलको साइडिंग मे प्रदुषण अधिकारी कि रेड



कोयले में मिलावट कि जांच करने बाद  नमुने साथ लिए


घुग्घुस : नजदीक म्हातारदेवी मुर्सा में फ्युलको प्रा.लि.रेल्वे कोयला साइडिंग से आरसीआर ठेकेदारी में कोयला कि मिलावटखोरी सुरु होकर भुसावल टीपीएस केंद्र में रेल्वे रैक का काम सुरु हुआ। कोयला साइडिंग में चारपाइन मिलावट कि शिकायत बाद महाराष्ट्र प्रदुषण नियंत्रण विभाग में प्रादेशिक तथा उपप्रादेशिक विभागीय अधिकारियों ने साइडिंग में रेड गिराकर कोयले जांच करने बाद नमुने अपने साथ लेकर गए।
सुञो के अनुसार पिछले सप्ताह शुक्रवार 30 मई को फ्युलको रेल्वे साइडिंग से चारपाइन मिलावटी कोयले का पहला रैक भुसावल थर्मल पॉवर स्टेशन मे आधी रात बड़े आसानी से पहुंचा।
अब कोयला साइडिंग में तिसरा मिलावट रैक का नियोजन बन रहा है। अंदाजन इसी हफ्ते के बीच में नहीं तो हफ्ते के आखरी में भुसावल थर्मल पॉवर स्टेशन में मिलावटी कोयला का दुसरा खेप जल्द पहुंचने कि शंका कि जा रही है।
फ्युलको रेल्वे साइडिंग के पहले चरण में वेकोलि पैनगंगा खदान से 3 लाख एमटी कोयला फ्युलको रेल्वे साइडिंग से आरसीआर ठेका लगभग तय हो गया है।अभी 50 हजार एमटी कोयला में 36 हजार एमटी कोयला उठ गया।कोयले मे चारपाइन मिलावटी का खेल शाम सुरज ढलने बाद से पुरा रात भर 5/6 पेलोडोर,हायवा के सहायता से चलता है।
 कोयला साइडिंग में हिस्सेदारी से लेकर ट्रान्सपोर्टीग के लिए चंद्रपुर के बडे ट्रान्सपोर्टर धन्ना सेठ ने भी फ्युलको के मालिक से हाथ मिलाकर साथ देने के लिए अपने से रजामंदी स्विकार कर लिया है।करोडो रु मिलावट खेल के रेल को पहुंचाने कि जिम्मेदारी धन्ना सेठ के हाथ मिल गई।
सभी शासकीय,प्रशासकीय अधिकारी से लेकर नेता, स्थानीय लोगो कि फुल सेटींग धन्ना सेठ के अपने कार्यालय से हो रहे है। साइडिंग में कोयले के मिलावटखोरी करनेवाले इन माफियाओं को केंद्र तथा राज्य से ही नही बल्कि जिले के सभी राजनीतिक दल का संरक्षण प्राप्त हो रहा है।सभी शासकीय प्रशासकीय उच्च अधिकारी से लेकर सफेद पोश नेताओं ने भी काले कोयले में नोट के लिए अपना हाथ काली मिट्टी से सांन रहे हैं।

प्रदुषण नियंत्रण अधिकारी कि कोयला साइडिंग में रेड

कोयले मिलावटी में शिकायत को गंभीरता से लेकर 6 जुन को दुपहर 3 बजे कि दौरान अचानक प्रदुषण नियंत्रण प्रादेशिक उपप्रादेशिक अधिकारी बहादुले चंद्रपुर कि टीम ने फ्युलको रेल्वे साइडिंग में रेड गीराकर मिलावट कोयले कि जांच करनें बाद कुछ नमुने को अपने साथ बरामद किए। परंतु अधिकारी से कोयला गुणवत्ता जांच होने कि जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हुई। साइडिंग में कोयला गुणवत्ता जांच होने प्रकिया के समय प्रदुषण विभाग अधिकारी के साथ साइडिंग के इंचार्ज,ट्रान्सपोर्ट मैनेजर पहुंचने से मामला समझ के परे दिख रहा।

क्योकि कोयला गुणवत्ता मे अधिकारी कि जांच पर सत्ताह गुजरने बाद भी साइडिंग में मिलावट का खेल आज भी बदस्तूर चल रहा।
कोयले कि मिलावटखोरी करनेवाले कोल माफिया काले धंदे में करोड़ों रु कि कमाई कर रहे हैं। इसके लिए पावर प्लांट,स्टील कारखाना से चारपाइन लेकर कोयले में रात दीन मिलाया जाता है। कोयला भरने के कुछ घंटे में रात ही रात मिलावट रैक को भुसावल टीपीएस में भेजा जाता है। आज भी रेल्वे साइडिंग क्षेत्र और प्लेटफ़ॉर्म ,यार्ड मे डस्ट का हजारों टन भंडारण का जिंदामिसाल देखा जा सकता है।

कोयले में मिलावटखोरी से शासन के राजस्व विभाग तथा पर्यावरण और क्षेत्र में किसानों के खेती पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।पशु प्राणी बेकसूर मौत के साए में समां रहे हैं। खराब कोयले से पाॅवर प्लांट के उत्पादन क्षमता में खलल पैदा हो रही।वही कोयले में गुणवत्ता के कमी से महेगे बायलर बार बार जल रहे। उच्च दर्जेदार कोयले को वणी, घुग्घुस,नागाळा कोल डेपो में महंगे रेट में बेच रहे।

उक्त समस्या से बिजली कंपनी को आर्थिक नुकसान बढने के कारण उपभोक्ताओं को भी मजबुरन महेंगी बिजली ख़रीदनी पड़ रही। जिम्मेदार अधिकारी को इस बात कि सब खबर है। परंतु कोयले में मिलावटी के काले खेल से पुलिस बेखबर है।इन दिनों घुग्घुस शहर साइडिंग और कोल वाशरीयो में मिलावट का खेल जोरों पर है।यह कोयला मिलावट का खेल इतनी सफाई से कर रहे हैं कि प्रशासन और अधिकारीयों के मिलीभगत से इसे अंजाम देना असंभव लगता है।

साइडिंग में चारपाइन मिलावट का कार्य इतने गोपनीय तरीके से रात में किया जाता है इसकि भनक लगाना बडा मुश्किल हो जाता है। बताया जाता है कि प्रशासन और कोई अधिकारी जब इनके गतीविधीयो पर ध्यान रखता है तो कुछ समय तक के लिए कोयला चोरी को छीपा दिया जाता है और बाद में कुछ दीन के बाद फिर सुरु कर दिया जाता है।

कोयला साइडिंग और वाशरीयो में यह गतिविधि लंबे अरसे से जारी है।अब सरकार से सवाल यह है कि क्या? प्रशासन इस काले खेल पर रोक लगाएंगी?क्या सरकार इस मामले कि निष्पक्ष जांच कराएगी और चोरी में लिप्त बडे मगरमच्छ पर सख्ती से कार्रवाई करेगी?या फिर कोयला चोरी का काला खेल लगातार चलता रहेगा

साइडिंग में कोयला मिलावट का काम सुरु करने के पुर्व हजारों ,लाखों टन चारपाइन का संग्रहण तथा कोयला मिलावटी में सभी उपयोग में लाए जाने वाले वाले सेजो सामान का नियोजन कुछ वर्ष पहले फ्युलको साइडिंग में बन चुका था।

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