RCCPL सीमेंट कंपनी पर वन विभाग अधिकारी की कार्यवाही कब होगी?
क्या? पेडो की गणना में वन अधिकारियों और कंपनी की मिलीभगत तो नही।
लाखो पेडो के सरेआम कत्लेआम हो रहे है।
इससे अधिक फ़ायदा किसका होगा?
मुकुटबन :- RCCPL सीमेंट कंपनी ने 467.45 हेक्टेयर जमीन के मुकुटबन डोलोमाइट वन क्षेत्र में खनन कार्य सुरू कर दिया है। खनन विभाग द्वारा चोरी से सुरू किए गए कार्य से राज्य वन्यजीव संरक्षण समिति के निर्देशों को ठेंगा दिखाते हुए। खनन कार्य मे से यह देखा जा सकता है। क्या कंपनी और वन अधिकारी वन्यजीवों के लिए किसी भी प्रकार की सुरक्षा उपायों की योजना बनाए बिना खनन कार्य शुरू करके जंगली जानवरों के जीवन को खतरे में डालने की कोशिश कर रहे हैं। दस्तावेजो मे झूठे पेडो की संख्या दिखाए गए हैं।स्थानीय नागरीक तथा पिंपराडवाडी गांव के लोगों के मुताबिक इस वन क्षेत्र में करोड़ों पेड़ हैं तो पेड़ों की संख्या कम दिखाने से इससे अधिक फायदा किसका हो रहा है।आम लोगों मे अब यह सवाल खड़ा हो रहा है। इसका फायदा किसे अधिक मिलेगा। सामाजिक कार्यकर्ता अरूण मैदमवार ने आंचलिक, प्रदेश.वन प्रभाग अधिकारी पांढरकावड़ा जि यवतमाल और उप-विभागीय अधिकारी केलापुर द्वारा शिकायत दर्ज करने के बावजूद अभी तक कंपनी पर कोई जांच और कार्रवाई नहीं की गई है।इसके उपरांन्त कंपनी मे खनन कार्य सुरू होने से पूर्व खदानों के चारों ओर कांटीले तारों से बार्डर करना भी अनिवार्य था। परंतु कंपनी ने इस नियम का भी पालन नहीं किया। शासकीय नियम मे पुराने गड्ढों को भरकर उसके ऊपर पौधे लगाना अनिवार्य किया है। लेकिन यह भी काम कंपनी द्वारा नही किया गया है।जिसके कारण स्थानीय नागरिको के पालतू जानवर,बच्चे और वन्यजीव को खदान के गड्डे मे गिरकर मरने की संभावना हमेशा बनी रहेती हैं। स्थानीय लोगो का अब सवाल यह है कि इस मामले पर जनप्रतिनिधि,स्थानीय प्रशासन और वन अधिकारी जांच और कार्रवाई क्यों? नहीं कर रहे हैं।आम लोगों को आशंका यह रहा है कि शासकीय अधिकारियों की इस कंपनी से कोई मिलीभगत तो नही है। सामाजिक कार्यकर्ता अरुण मैदामवार और पिंपराडवाड़ी के सभी स्थानीय लोगों की मांग यह है कि शासन द्वारा मामले की उच्चस्तरीय जांच कर खनन कंपनी तथा वन अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।