बाबा ताजुद्दीन कि करामत : 20 वर्ष बाद गणेश को मिली औलाद कि खुशी
राजुर से नागपुर-ताजबाग में पैदल पहुंचकर मन्नत करेंगे पुरी
राजुर : शादी बाद दम्पति जीवन में जब तक कोई औलाद न हो,घर और जिंदगी आधे,अधुरी से लगती है। संतान के सुख पाने के लिए माता-पिता दवा,दवाई,दुआ, ऐसे अनेक तरह के उपाय करतें हैं।घर में औलाद, चिराग का होना माता-पिता के लिए खुशी,भाग्यशाली माना जाता है।ऐसे ही वणी तहसील के राजुर कालरी में रहेनेवाले सुरेन्द्र कुमार उर्फ गणेश मिस्री को शादी के 20 साल बाद तक कोई औलाद नही हुई। उनके द्वारा बताया जा रहा है कि पिछले बीस वर्ष से औलाद के लिए उन्होंने अनेक मंदिर मे मन्नत,डाक्टरी जांच,दवा,ईलाज,आयुर्वेद, जड़ी-बूटी, जैसे अनेक मन्नते और इलाज करवाया लाख कोशिश करने बाद भी संतान पैदा नही हुई। लेकिन जब उन्होंने नागपुर के बाबा ताजुद्दीन रहेमतुल्लाह अलैह वसल्लम के फकीरी आस्ताने में पहुंचकर बड़े आस्था और आराधना से औलाद के लिए मन्नत,मुराद मांगी तो बाबा ताजुद्दीन ने उनके घर में नन्हा सा महेमान देकर दम्पति जीवन को भाग्यशाली कर दिया। औलाद कि खुशी में सुरेन्द्र कुमार उर्फ गणेश मिस्री ने राजुर से नागपुर बाबा ताजुद्दीन रहेमतुल्लाह अलैह वसल्लम के दरगाह शरीफ में पहुंचकर अपनी मन्नते और मुरादो को पुरा करेंगे। वणी शहर पुलिस और स्थानीय नागरिकों ने गणेश मिस्री को नागपुर ताजबाग पैदल यात्रा के फुल, पुष्पगुच्छ देकर शुभकामनाएं दी।