वेकोलि भांदेवाडा खदान में अधिकारी के लापरवाही से बिमार मजदूर कि मौत

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वेकोलि भांदेवाडा खदान में अधिकारी के लापरवाही से बिमार मजदूर कि मौत



सिफ्ट इंचार्ज ने बिमार मजदूर को टिंबर में 15 लेवल के इनलिगल सेक्शन में भेजा


घुग्घुस : वेकोलि वणी नार्थ एरिया में भालर क्षेत्रीय महाप्रबंधक के राजुर भांदेवाडा भुमिगत कोयला खदान क्षेत्र में मैनेजमेंन्ट कि निष्क्रियता,भ्रष्टाचारी, मजदूरों का शोषण,लापरवाही,दलाली,मनमर्जी,रिश्वतखोरी,के चलते खदान कि दुर्दशा हो गई है।यह खदान कभी भी बंद हों सकती है।तीन दशक पुर्व सुरु होकर भुमीगत खदान बंद होने के कगार पर है।जर्जर खदान से अब कोयला भी बरोबर नहीं निकल रहा है।
परंतु नौजवान मजदूरों को जान को जोखिम में डालकर जबरन कोयला निकालने के चक्कर में सोमवार कि रात के पाली में डिवटी में बिमार हुए मजदूर कि सुबह घर से अस्पताल लेकर जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
सुञो के मुताबिक वेकोलि मजदूर संकेत सुनिल गोरघाटे(23) रा,पंचशील नगर,बोरडा,तहसील वरोरा निवासी रात कि पाली में राजुर भांदेवाडा भुमिगत कोयला खदान में अपने डिवटी पर आया था। परंतु खदान में पहुंचते ही अचानक उसकी तबीयत बिगड गई।शरीर में कुछ तकलीफ़ बढ़ने के कारण खदान में सिफ्ट इंचार्ज से लाइट डिवटी करने के लिए सिफारिश,आग्रह कर रहा था।
परंतु खदान उस बेरहेमी अधिकारी ने उसे दुत्कारकर,बहाना कर रहा है? कहेकर मना कर दिया।उस बिमार दिल के मजदूर को भुमिगत खदान के अंदर 15 लेवल के इनलिगल सेक्शन में डिवटी पर भेज दिया।यह सेक्शन अधिक खतरनाक होने के काम से उसका परीश्रम भी बढ गया।मजदूर संकेत गोरघाटे को डिप्टी से घर में पहुंचते ही सीने का दर्द हदसे से पार हुआ।घर से अस्पताल में लेकर जाते समय रास्ते में दुःखद मौत हो गई।
इस मौत के जिम्मेदार केवल अधिकारी नही होता ऐसे खदानों में वसुली में भागीदारी रखनेवाले क्षेञीय, उपक्षेत्रीय प्रबंधक, महाप्रबंधक तथा उच्च अधिकारी विजीलेंस,डीजीएमएस,भी होती है।
जर्जर खदान में मजदूर के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। खदान के अंदर किसी हद तक भी कोयले का उत्पादन नही बचा। खदान के अंदर जगह जगह पाणी मिट्टी भरा है।कोयला किसी हद तक नही बचा। खदान में कोयला खत्म हो गया है।
खदान के अंदर 15 लेवल के इनलिगल सेक्शन में जबरन जान को जोखिम में डालकर मजदूरों से कोयला उत्खनन करने के लिए भेजा जाता है। सेक्शन में काम करने के लिए उच्च अधिकारी ने भी खदान प्रबंधन से कोयला उत्खनन करनें के लिए रोक लगाई है। अंदर कि हालत बेहद गंभीर  हैं। खदान में होनेवाला उत्पादन, लक्ष्य, खदान खर्च,900 मजदुरो की मजदुरी,अधिकारी खर्च अदी उपलब्धता से लेकर जांच पड़ताल प्रक्रिया के लिए डीजीएमएस,विजीलेंस खदान में दस्तक जरूर देती है।
लेकिन खदान को अभी तक सुरु रखने का कोई खास जानकारी नही मिल रही है।डीजीएमएस,विजीलेंस को खदान में आने कि भुमीका तथा जिम्मेदारी क्या?है यह सब बात समझ के परे है।सभी जांच छोटे,बडे अधिकारी तक बंद लिफाफे से दबा दिया जाता है।
खदान में धांदली के चलते आपस में लेन-देन से भ्रष्टाचार अधिकारी के तबादले नही हो रहे।नए अधिकारी खदान में अपनी मनमर्ज़ी चला रहे हैं। खदान के उपलब्धता को बढ़ाने वाले पुराने अधिकारीयो कि तबादले हो गए हैं। राजनीति दबाव से खदान में अधिकारी कि दबी जुबान से इज ओके ,ठीक ठाक जैसे वर्णन का उपयोग हो रहा। अधिकारीयो कि  आर्थिक लेन-देन से लेकर खाने पीने तक मिलन कि पार्टी देर रात तक होटल बियर बार में चलती है।
  1. खदान में शाहु बंधु कि कमाल कि जोडी लंबे अरसे से टीकी है। वर्तमान में खदान कि दुर्दशा संकट के आखिरी स्टेज से गुजर रहा है। आनेवाले कुछ दीन में खदान का उत्पादन ज़ीरो होकर उपलब्धि नही दे सकता।जिसके कारण वेकोलि की बडी हानी हो रही है।

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