मजदूरों को जानवर सामान ठुंस -ठुंस कर भरा जा रहा है।
घुग्घुस : वेकोलि खुली कोयला खदान चंद्रपुर- यवतमाल जिला अंतर्गत मे बेलोरा,नायगांव,निलजई,पैनगंगा,मुगोलि,कोलगांव,उकणी,घोन्सा,माजरी ,एकोणा, बल्लारपुर,पवनी सास्ती,गौरी,अदी कोयला खदान में मिट्टी खुदाई का ठेका प्रायवेट कंपनीयो को दिया है।
सभी कंपनी में ठेकेदार अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में अपने मजदूरों के साथ गैर बर्ताव करने का है। कोयला खदान के अंदर नौकरी करने वाले मजदूरों के साथ पशु आचरण,जानवरों के जैसा कृत्य ,व्यवहार हो रहा है। खदान के अंदर नौकरी करनें वाले मजदूर को खदानों के अंदर आने-जाने के लिए माल वाहक का गैर इस्तेमाल हो रहा है।
माल परीवहन गाड़ी में इंसानों को ठुंस -ठुंस कर अनैतिकता ,कृत्य,जानवरो के जैसे भरा जा रहा है।जि.आ.एन.साईटेक्स,गौरव एचडी ,इगल, सिद्धेश्वरी,इन्फ्रास्ट्रक्चर,चड्डा, बुद्धा, अवतार सिंह, महालक्ष्मी,अदी प्रा,लि, मिट्टी कंपनी मे शैकडो मजदूरों को एक समान अलग अलग पाली में माल वाहक वाहन में लादकर पचास से सौ फिट धोकादायक गहेरी खदान मे भेजा जाता है। मिट्टी से ओवरलोड वाहन बेहिसाब सर्विस रोड पर रफ्तार से दौड़ रही है। सर्विस मार्ग पर बडी दुर्घटना होने कि संभावना बनी रहेती है।
बताया जाता है कि वेकोलि कंपनी सुरक्षा के मामले में हर वर्ष सुरक्षा सप्ताह का आयोजन बड़े धुम धमाके से करती है। लेकिन कोयला खदान के अंदर प्रायवेट कंपनी अपनी सुरक्षा नीति को पूरी तरह से अनदेखी कर रही है।
वेकोलि कोयला खदान में सड़कें हमेशा अच्छी स्थिति में नहीं होती हैं। प्रदुषण कि भरमार से खदान में ऐसे अनेक स्थानों पर बड़े बडे गड्ढे होते। मार्ग में कहीं चढ़ाव तो कहीं उतार में कुछ अंदाज नहीं मिलता।ऐसे हमय पर खड़ी ढलान मे किसी वक्त वाहन का संतुलन बिगड़कर खदान के अंदर कभी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।जिससे माल वाहक में भरे शैकडो लोगों कि जाने खदान के अंदर दुर्घटना से कभी भी जा सकती है। खदान के अंदर अंधेरे अधिक मे दुर्घटना होने कि संभावना हमेशा बनी रहेती है।ऐसे स्थिती मे खदान में काम करने वाले मजदूरों को अपनी सुरक्षा का ध्यान स्यंयम रखना आवश्यक है।
चंद्रपुर ,वणी,कोयला खदान के अंदर प्रायवेट कंपनी प्रबंधन अपने मजदूरों को माल वाहक में क्षमता से अधिक अनैतिकता ,कृत्य,में जानवर कि तरह लादकर खदान में भेज रहे। मजदूरों का शोषण किया जा रहा है।मजदूर को खाने पीने से लेकर पोषण तत्व आहार देने के बजैय खराब खाना परोसा जा रहा।कॅम्प में रहेनेवाले बाहेरी मजदूर को जीआर पेमेंट नही मिलता।
कंपनी में वेकोलि का कोयला,बिजली,पाणी मुफ्त में उपयोग हो रहा।वेकोलि को लाख,करोड़ का नुक़सान झेलना पडता है।शासन प्रशासन,वेकोलि प्रशासन,उपप्रादेशिक परीवहन विभाग, द्वारा सभी कंपनी में जांच करने बाद नियमों का उल्लंघन करने वाले कंपनी पर कडी कार्रवाई करने कि मांग शोषित मजदूर, स्थानीय नागरिकों ने की है।