घुग्घुस : वेकोलि वणी क्षेत्र के निलजई खदान के अंदर कोल स्टाक नं 7,8 में भयानक आग लगने से लाखों रु का कोयला जलकर खाक हो चुका है। मामला निलजई खदान का है। बताया जाता है कि पिछले कुछ दिनों से कोल स्टाक मे लगे आग को बुझाने के बजाए उसी तरह ट्रक मे लादकर नायगांव बंकर में क्रश के लिए पहुंच रहा।बंकर में आग से बेल्ट जलने का मामला भी प्रकाश में आया है।
भयानक आग से कंपनी में किसी भी वक्त बडी दुर्घटना हो सकती है। देखा गया है कि कंपनी में आग से ट्रक जलकर राख होने कि दुर्घटणा बार बार होती है।इस कोयला खदान में बार बार लापरवाही बरतने से किसी वक्त आग से खदान में बडी गंभीर समस्या बनकर उभर सकती है।
जिससे वेकोलि प्रशासन तथा देश के राष्ट्रीय संपत्ति बडा नुक़सान हो रहा । कोयला खदान में कोयले से संबंधित अधिकारी और उपक्षेत्रीय प्रबंधक लापरवाही बरतने का मामला सामने दिखाई दे रहा है। क्योंकि कोयले में लगे आग को बुझाने के लिए कितने दिन से अधिकारी सक्षम नही दिख रहें।आग उसी तरह जल रहा।
वेकोलि कंपनी मे सबसे बडा गंभीर मामला यह है कि छिड़काव के लिए वाटर टॅकर तो बहुत हैं। परंतु वाणी क्षेत्रीय खदानों में एक भी अग्निशमन वाहन नही होने कोयले में चारो तरफ लगे आग हवा में धु-धु करते हुए जलकर राख हो चुका है।कोयले खदान में लगनेवाले आग से प्रति वर्ष वेकोलि कंपनी को लाखों करोड़ का नुक़सान भी हो रहा। परंतु आग को बुझाने के लिए कंपनी के पास कोई नई तकनीकी उपलब्ध नहीं है।
खदान अधिकारी उच्च स्तरीय में आग से खदान में कोयले का अधिक नुक़सान बताकर बचे माल को बेचकर अपनी रोटी सेंक रहे। आग से कंपनी को नुक़सान में होने के बावजूद किसी तरहा खदान से कोयला उत्खनन जारी रखा है।