घुग्घुस में ग्रामीण बिगरशेती पतसंस्था बॅक के अव्यवस्थित कारोबार कि जाँच करें!

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घुग्घुस में ग्रामीण बिगरशेती पतसंस्था बॅक के अव्यवस्थित कारोबार कि जाँच करें!



कांग्रेस ने चंद्रपुर सहायक निबंधक को निवेदन सौंपकर मांग कि है।


घुग्घुस: शहर में आधारस्तंभ बॅक मे घोटाला,भ्रष्टाचार,की स्याही अभी सूखी भी नहीं है कि अब ग्रामीण बिगर शेती सहकारी पतसंस्था बॅक में भ्रष्टाचार,गरीब के खुन,पसीने के पैसा हड़पने करने का मामला शहर में गुंज रहा है। घुग्घुस कांग्रेस अध्यक्ष राजूरेड्डी के अध्यक्षता में एक शिष्टमंडल का गठन करके घुग्घुस ग्रामीण बिगर शेती सहकारी पतसंस्था बॅक मे भ्रष्टचार कि जाँच करने और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग के लिए चंद्रपुर सहायक निबंधक में निवेदन सौंपा।
सुञो के अनुसार शहर के एक आदिवासी समाज के व्यक्ति रामदास सलामे ने 10/10/2011 को ग्रामीण बिगर शेती सहकारी पतसंस्था से 50,000 हजार का कर्ज लेने के लिए आवेदन किया था। पतसंस्था ने उन्हें क़र्ज़ के तौर पर 44,400 रुपये का चेक दिया था। लेकिन उनसे पहले 2500 रुपये लिए और उन्हें दो वर्ष तक 1800 रुपये प्रति माह बॅक मे किस्त जमा करने के लिए कहा था। बॅक मे परिवार नियमित रूप से किस्तों मे पैसे चुकाता रहा। आखरी तक बॅक में कर्जदार ने पुरा पैसे चुकाने के बाद भी पतसंस्था कि ओर उन्हें पैसा करने का कोई रसीद तक नहीं दिया है।
लेकिन पतसंस्था बॅक अब ग्राहक से दुबारा 44,400 हजार कर्ज बाकी होने तथा उसके साथ लाखों रुपये वसूल कर मकान ज़ब्त करने का आदेश जारी कर दिया है। पतसंस्था बॅक कि ओर से जबरन मकान ज़ब्ती करने पैसा भरने का आदेश देने पर कार्रवाई से घबराए सलामे परिवार ने मदद मे गुहार लगाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राजूरेड्डी के पास पहुँचे।
उक्त समास्या को लेकर जब कांग्रेस पदाधिकारीयो ने पतसंस्था में पहुचकर कर्जदार के बारे पुछना चाह तो पतसंस्था के अध्यक्ष ने जानकारी देने के लिए इन्कार कर दिया।पतसंस्था बॅक अध्यक्ष ने कांग्रेस पदाधिकारियों से कहा कि कर्जदार पर ज़ब्ती की कार्रवाई चल रही है।वह किसी से नहीं मिल सकते।बॅक मे समस्या को जब पीड़ित परिवारों ने कर्ज के बारे में ब्याज के साथ पुरी जानकारी लिखित में लेने के लिए मांग किया तो पतसंस्था बॅक ने आवेदन स्वीकार करने से इन्कार कर दिया।इसके बाद घुग्घुस कांग्रेस पार्टी ने पीड़ित परिवारों को लेकर सहायक निबंधक कार्यालय में पहुंचे। कार्यलय में पतसंस्था बॅक के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई।
कांग्रेस ने भी शिकायत में सलामे परीवार पर लगाए गए बेकसूर आरोपों की जाँच करने कि माँग की है।
पतसंस्था का अध्यक्ष सदस्यों को सूचित किए बिना गुप्तरूप से कागजी चुनाव करवाकर संस्था को एक व्यक्ति के हाथ में सौंपकर पुर्णरूप में चला रहा है।
उक्त पतसंस्था बॅक में कभी आमसभा नहीं होती है।आमसभा की सभी रिपोर्ट शेयरधारकों को नहीं दी जाती है। इसलिए शेयरधारकों को संस्था की प्रगति के बारे में जानकारी नहीं मिलती है।
पतसंस्था बॅक का सरकारी ऑडिट नहीं हुआ।
नियय के अनुसार पतसंस्था बॅक का हर तीन वर्ष में सरकारी ऑडिट होना अनिवार्य है।
पतसंस्था की वार्षिक रिपोर्ट कागज में मुद्रित करके शेयरधारकों को देने चाहिए।
लेकिन पतसंस्था बॅक में सुरु से अब तक किसी भी शेयरधारक को वार्षिक रिपोर्ट नहीं दी गई है।
हालांकि वार्षिक रिपोर्ट को बिल मे जोड़ने के लिए आग्रह किया है।
बॅक में जो बकाया कर्जदार है उनपर जबरन अवैध रूप से ब्याज लगाकर उनसे बार-बार ब्याज के साथ पैसा वसूला जा रहा हैं। जिसके कारण ग्राहक मानसिक और शारीरिक ञस्त हों चुके हैं।
पतसंस्था बॅक में इस तरह का भ्रष्टाचार,फर्जीवाड़ा चल रहा है। कांग्रेस पार्टी ने ग्रामीण बिगर शेती सहकारी पतसंस्था बॅक के खिलाफ सहायक निबंधक कार्यालय में निवेदन देकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
इस अवसर पर कांग्रेस नेता सैयद अनवर, कांग्रेस जिला महासचिव अलीम शेख, सोशल मीडिया जिला *अध्यक्ष रोशन दंतलवार,दीपक पेंडोर,रामदास सलामे, शारदा सलामे आदि बडी संख्या में पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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