वेकोलि अधिकारी की मिलीभगत से मुंगोली कोयला खदान में कोयले की हेराफेरी?

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वेकोलि अधिकारी की मिलीभगत से मुंगोली कोयला खदान में कोयले की हेराफेरी?



क्या ? इस ओर वणी क्षेत्र के क्षेत्रीय महाप्रबंधक ध्यान देंगे!


घुग्घुस – शहर से सात किलोमीटर दूर वेकोलि वणी क्षेत्र के मुंगोली कोयला खदान में ज़बरदस्त कालाबाज़ारी का काला खेल चल रही है। खदान से हज़ारों-लाखों मीट्रिक टन कोयले की हेराफेरी की जा रही है।सभी तरफ चर्चा है कि खदान में उप-क्षेत्र प्रबंधक, नोडल अधिकारी और खान प्रबंधक चुपचाप इस कालाबाज़ारी को खुलक समर्थन कर रहे हैं।
डीओ धारक से 7% प्रति टन साइनिंग अमाउंट लेकर हज़ारों-लाखों मीट्रिक टन कोयला दिया जाता है। साइनिंग अमाउंट देने पर डीओ को स्वीकृत किया जाता है। अन्यथा डीओ कैशल कर देते हैं।इन सभी मामलों में उप-क्षेत्र प्रबंधक नोडल अधिकारी और खान प्रबंधक का मिला-जुला साथ होता है।नियम अनुसार खदान में किसी अन्य अनधिकृत व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं है।ट्रांसपोर्टर का सुपरवाइजर अपने मनमर्जी से कोयले का चयन करता है। निजी कंपनी के स्टीम कोयला (बडा माल) के लिए वोल्वो ट्रक चालकों को 200 रुपये प्रति ट्रक के हिसाब से कोयला उपलब्ध कराने‌ के लिए देते है। सुपरवाइजर ऐसा कोयला डीओ धारक को हमेशा उपलब्ध कराता है। खदान में अनधिकृत व्यक्तियों की भीड़ चौबीस घंटे लगी रहेती है।
दूसरी बात यह है कि जिन ड्राइवरों और सुपरवाइजरों को चेक पोस्ट 2 के बाहर अस्पष्ट निर्देश दिए गए थे। वे लोग चेक पोस्ट में घुसकर टोकन बनवाने के लिए अंदर भीड़ लगा देते हैं।किसी तरह टोकन बनवा भी लेते हैं। ट्रकों के लिए टोकन बनाते समय टोकन तभी देना ज़रूरी होता है जब ट्रक चेक पोस्ट के पास हो। यह काम सभी चेक पोस्ट 2 पर बिना सुनिश्चित किए चलता रहता है कि ट्रक कहाँ से है। इसी तरह जहाँ वाहनों को सूर्योदय से सूर्यास्त तक खदान में प्रवेश की अनुमति है।वहीं सूत्रों से पता चल रहा है कि कोयला रोडसेल वाहन रात में खदान में अवैध रूप से पार्क किए जाते हैं जिससे ट्रैक रद्द हो जाते हैं।

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