- वेकोलि बल्लारपुर कोयला खदान क्षेत्र से रात कोयला तश्करी पर लगाम कब होगा… ?
खदान मे संबंधित अधिकारी,कांटा बाबु,सुरक्षा विभाग कि लापरवाई
सीबीआई, विजीलेन्स,पुलिस अधीक्षक से कारवाई करने कि मांग..
बल्लारपुर : क्षेत्र मे पवणी,गौरी,साखरी,सास्ती कोयला खदान से गढचांदुर कारखाना तथा वणी तालुका मे होनेवाले कोयला परीवहन से रात कोयले की तश्करी बीते कई वर्ष से धडल्ले से सुरू है।खदान से संबंधित अधिकारी,कांटा बाबु और सुरक्षा विभाग की साठगांठ से राजुरा-गढचांदुर मार्ग तथा नवेगांव-वरोडा भोयगांव मार्ग पर कोयला वाहनो से कोयला नीचे गीराकर रात तश्करी अवैध कोल डेपो से तेलंगाना,तथा चंद्रपुर जिले के नागाळा मे रोज रात शैकडो टन कोयला ट्रको मे भरकर बेचा जा रहा है।
कोयले की तश्करी राजुरा-गढचांदुर मार्ग पर राजा बाबु कोल डेपो व अन्य मार्ग पर बने वैध-अवैध कोल डेपो से रोज रात काले कोयले की चोरी राजुरा-गढचांदुर पुलिस थाना के साठगांठ से सिलसिले से सुरू है।क्षेत्र मे खदान से होनेवाले कोयला चोरी से देश के राष्ट्रीय संपती को रोज लाखो करोड का नुकसान हो रहा।इसके उपरांत कोयला खदान से होनेवाले कोयला तश्करी पर पाबंदी क्यो ? नही लग रहा है।
ऐसे सवाल अब नागरिक राजुरा पुलिस प्रशासन तथा वेकोलि प्रबंधन से कर रहे है।जिले मे होनेवाले कोयले की बडी तश्करी पर सीबीआई,विजीलेन्स तथा पुलिस अधीक्षक मुमक्का सुदर्शन से की जा रही है।क्योकी जिले मे जब से पुलिस अधीक्षक मुमक्का सुदर्शन ने पदभार संभाला है तब से बडे बडे माफीया,रेत तश्कर,शराब तश्कर,गौवंश तश्कर,अवैध सुगंधित तंबाखु तश्करी करनेवाले पर नकेल कसकर बडी से बडी कारवाई हुई है।परंतु जिले मे होनेवाली कोयले तश्करी पर अभी तक कोई कार्रवाई नही होने से कोयला तश्करो के आवाज बुलंद है।
बल्लारपुर कोयला खदान क्षेत्र के पवणी,गौरी बंकर नं 10,फिडीग मे,साखरी,सास्ती कोयला खदान से राजुरा-गढचांदुर कारखाना,कोलवाशरी तथा वणी तहसिल मे होनेवाले कोयला परीवहन से कोयला की तश्करी रात धडल्ले से सुरू है।चंद्रपूर जिले की जांच टीम तथा राजुरा-गढचांदुर पुलिस,घुग्घुस पुलिस को कोयला चोरी की जानकारी होने के बावजूद भी कोयला तश्करो पर कारवाई के लिए कदम नही उठ रहे है।तश्करो को तीनो पुलिस थाना का सुरक्षाकवच प्राप्त होने से तश्कर बेलगाम होकर रात बडे पैमाने पर कोयले की तश्करी कर रहे है।
वर्ष भर मे कोयला तश्करो पर पुलिस की एक्के-दुक्के कारवाई केवल साठगांठ करने के मकसद से कि जाती है।चोरी पकडने के बाद दिन हो या रात लक्ष्मी दर्शन कराने बाद पुलिस अपने कर्तव्य से मूंह फेरने लगती है।क्योकी ऐसे बने बनाई कहानी कभी नागाळा कोल डेपो मे उजागर होती है कभी राजुरा के राजा बाबु कोल डेपो से बनती है।ऐसे कोल डेपो से लगातार कोयला चोरी का सिलसिला दोनो जगह सुरू होने के उपरांत पुलिस का छापा नही हो रहा है।
गौरी खदान मे लगातार कई वर्ष से कांटा इंजार्ज का पद संभाल रखने के बाद राजा बाबु के कोयला माफीयाओ से मधुर संबंध बने हुए है।जिसके कारन अब राजा बाबु कोयले के धंदे से राजा बने बैठे है।निझाम ने भी कोयला चोरी का मुख्य केंद्र राजा बाबु कोल डेपो को बना रखा है।निझाम के बडे बडे वाहनो से कोयला की तश्करी राजा बाबु कोल डेपो से तेलंगाना प्रदेश के लिए निरंतर सुरू रहेने पर भी राजुरा पुलिस मौन साधे हुए चुपचाप बैठी है।
क्योकी रात गस्त मे तश्करो का साथ पुलिस खुद दे रही है।जिसके कारन जिले मे कोयला माफीयाराज का वर्चस्व बढता जा रहा है।जिले मे कोयला तश्करी से हत्या,मार-पीट, डकैती,चोरी अदी का प्रमाण बढ रहा है।कोयला तश्करी मे सफेदपोश नेता भी संलग्न है।नागरीक तथा सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा कोयला तश्करी पर सीबीआई,विजीलेन्स तथा पुलिस अधीक्षक से कारवाई करने की मांग कि जा रही है।