“वढा मे बढा” रेत तश्करो का आतंक

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“वढा मे बढा” रेत तश्करो का आतंक
भाऊ,दादा,के केवल फोन से चलती सेटिंग

घुग्घुस : थाना क्षेत्र के पांढरकवळा-वढा तीर्थक्षेत्र मे रेती चोरो के आतंक से स्थानीय लोग परेशान है।घाट मे रोज रात डझन भर ट्रैक्टरो की टोली अपने मिशन पर कामयाब होने के इरादे से उतर रही है।भाऊ,दादा,के केवल एक फोन पर महसूल के कुछ अधिकारी मे तथा पुलिस थाना मे बिगडे सभी काम चुटकीयो मे पलक झपकते पुरे हो रहे है।भाऊ दादा की बडी टोली अब बरसात मे बडे टार्गेट से रेत का अवैध उत्खनन करना सुरू किया है।

रेती घाट मे बरसात के मौसम मे पानी के जैसा पैसा कमाने के चक्कर मे तश्करो की टीम तश्करी के लिए नदी घाट मे एक बार फिर उतर गई है।नदी का सीना चिरकर रेती बडे गहराई तक खोदी जा रही।जिससे पर्यावरण पर काफी चोट पहुचने वाली है।ग्रीष्मकाल मे नदी का सुख रहा है।जिससे नदी मे पानी की समस्या भी उत्पन्न हो रही है।रात नदी घाट मे रेती तश्करी से वढा,पांढरकवळा मे ग्रामीणो कि रात की नींद ट्रैक्टर के कर्कश आवाज से खराब हो रही है।दीन के तपती धुप मे खेती करनेवाले किसानो की रात की नींद हराम हो रही।बरसात मे अधिक दाम मे रेत बेचकर मालामाल होने के चक्कर मे रात वढा घाट मे तश्करो की फौज एक साथ-साथ ट्रैक्टर लेकर फिर उतर गई है।पुरे सेटिंग से वढा घाट मे चांदणी रात मे चांदी काटने के चक्कर मे तश्करी धडल्ले सुरू हो गई।क्योकि अभी पाच ,छ॔ हजार रू प्रति ट्रैक्टर मे बेचे जानेवाली रेती बरसात मे अधिक रेट मे बेचने का अनुमान सभी लगा लिया है। तश्करो का कॅलकुलेशन अभी रेत बेचने के अलावा स्टाक अधिक करने का गणीत सभी के दिमाक को चकरा कर रख दिया है। ऐसे बंपर ऑफर मे रेती की लुट मची सी है।तश्करो ने इस वक्त रात मे नींद लेना छोड दिया है।रात घुमने और दीन मे सोने से रेत तश्कर की लाखो रू आय प्राप्त होनेवाली है।।जिसके कारन तश्करो के हौशले बुलंद है।रेती घाट मे कुछ महसूल अधिकारी तथा पुलिस थाना के साठगांठ से रेती तश्करी का काम धडल्ले से सुरू है।रेती घाट मे रात गस्ती बढाकर तश्करी करनेवालो पर लगाम कसने की मांग जिल्हा शासन,प्रशासन से स्थानीय नागरिक ने कि है।

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