चिखलगांव गणेश कोल डेपो से 22 हजार जनसंख्या के स्वास्थ्य को धोका

कोल डेपो पर मानहानी मामला दर्ज करने की मांग नागरीको ने की है।
वणी :- यवतमाल जिले के वणी तहसिल अंतर्गत चिखलगांव ग्राम पंचायत क्षेत्र मे वाय पाईंट पर मौजूद सभी गणेश कोल डेपो प्रदूषण से स्थानीय लोगो मे होनेवाली बीमारी अब चिंता के घेरे मे डाल दिया है।क्योकी 22 हजार जनसंख्या वाली चिखलगांव ग्राम पंचायत द्वारा ग्रामसभा मे गणेश कोल डेपो को स्थांन्तरित करने संबंध मे अनेक बार मिटींग लेकर 26 जनवरी 2024 को ग्रामलोक मे क्र 7/1 का ठराव पारीत किया था।कोल डेपो मे नोटीस देकर दस दीन मे कोल डेपो को स्थांन्तरित करने का निर्देश भी ग्राम पंचायत चिखलगांव ग्राम सभा मे पारीत हुआ।परंतु कोल डेपो पर कई महीने गुजरने बाद भी प्रशासकीय कारवाई नही होने से यवतमाल प्रशासन पर साठगांठ का आरोप नागरीक द्वारा लगाया जा रहा है।यह कोल डेपो चिखलगांव ग्राम नजदीक मे होने से कोल डेपो मे दीन मे अंधेरे मे अधीक पेलोडर मशीन से जाली मारने और ट्रक लोडीग करने मे कोयले के काला धुंआ से स्थानीय लोगो को खांसी,दमा,टीबी,कॅसर,आख की जलन,फेफडे बीमारी से ग्रस्त लोग अब गणेश कोल डेपो पर मानहानी नोटीस भेजने का आग्रह प्रशासन से कर रहे है। गणेश कोल डेपो से कोयला परीवहन के कारण ट्राफीक जाम की समस्या बढने से वाय पाईंट मे दुर्घटणा का प्रमाण बढ रहा है।इसके पुर्व महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चंद्रपुर तथा (नीरी) नागपुर संस्था द्वारा गणेश कोल डेपो पर प्रदूषण से बीमारी बढने का अहवाल थमाया था।परंतु प्रशासन द्वार कितने बार अहवाल तथा सुचना देकर भी कोल डेपो को स्थांन्तरित नही किया गया है।शासन के दिए गए आदेश पर कोई अमलबजवणी नही हो रही है।मुख्यमंञी महाराष्ट्र शासन, पर्यावरण मंञी महाराष्ट्र राज्य, जिल्हाधिकारी यवतमाल, प्रादेशिक अधिकारी महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल, उपविभागीय अधिकारी वणी,दंडधिकारी वणी मे निवेदन भेजकर गणेश कोल डेपो पर कारवाई करने की मांग की गई थी।परंतु कोल डेपो पर होनेवाली कारवाई थंडे बस्ते पर चल रही है।नागरीक तथा सामाजिक कार्यकर्ता ने प्रशासन से गणेश कोल डेपो पर मानहानी मामला दर्ज करने का आग्रह कर रहे है।