अंडा बिर्याणी खाने से 70 रेल यात्रि बिमार
रेल्वे प्रशासन मे मची हडकम
बल्लारपुर : बल्लारपुर जंक्शन और नागपुर रेल्वे स्टेशन के पब्लिक आहार स्टॉल से बुलाई गई अंडा बिर्याणी खाने से करीब 70 रेल्वे यात्रियों का स्वस्थ पर बुरा असर हुआ।खाने मे विषबाधा होने से बिमार हुए सभी का इलाज पहले इटारसी मे सुरू हुआ उसके बाद झांसी,कानपुर अब लखनऊ में चल रहा है।
26 एप्रिल शुक्रवार को हुई इस घटना की जानकारी सामने आने के बाद सेंट्रल रेलवे प्रशासन मे अब हडकम सा मच गया है।जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की शाम यह घटणा है जब यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन नं 22534 गोरखपुर जा रही थी उस समय बल्लारशाह रेल्वे स्टेशन पर पब्लिक आहार स्टॉल से अंडा बिर्याणी के एक सौ से तीन सौ पार्सल बुलाए गए थे।
डिमांड के अनुसार बल्लारशाह नागपुर,इटारसी और आगे के विभिन्न यात्रियों को अंडा बिर्याणी दी गई.यह ट्रेन इटारसी के पास पहुंची तो अंडा बिर्याणी खा रहे यात्रियों को पेट मे दर्द, जी मचलाना,उल्टी होने अदी तकलीफ बढ रही थी।
परंतु याञी बोग्गी मे अलग-अलग कोचों में अलग-अलग सीटों पर बैढे थे। इस लिए शुरुआत में किसी ने भी घटना को गंभीरता से नही लिया। हालाँकि, इटारसी रेल्वे स्टेशन से ट्रेन के गुजरने सभी बाद यात्रीमो बेचैनी होकर तकलीफ बढने लगी थी।उसके बाद उन्हें विभिन्न कोचों से इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा. जैसे ही पुरे घटणा कि जानकारी रेल्वे प्रशासन तो रेल्वे प्रशासन मे हडकम सी मच गई।
पता चलते ही कानपुर रेल्वे स्टेशन पर डॉक्टरों की एक टीम ट्रेन में सहायता के लिए पहुची और ट्रेन के अंदर बिमार सभी यात्रियों का इलाज ईमरजेंसी मे शुरू कर दिया। कुछ यात्रियों को ट्रेन के अंदर दवा पाणी देकर ईलाज पुरा किया तो कुछ लोगो को खाने मे विषबाधा बढने से अस्पताल मे भर्ती किया गया।
घटणा बाद जब यह देखा गया कि अंडा बिर्याणी खाने के बाद यात्रियों को विषबाधा हुई है, तो संबंधित अधिकारियों ने मध्य रेलवे के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया और यह जानकारी जब नागपुर के अधिकारियों को पता चली तो उन्होंने जांच शुरू की कि आखिर अंडा बिर्याणी के पार्सल कहां से आए और उन्होंने इन्हें यात्रियों को कहां से देना शुरू किया तो पता चला कि अंडा बिर्याणी के 100 से 200 प्लेट थे बल्लारशाह रेल्वे स्टेशन और नागपुर स्टेशन से भी पार्सल की आपूर्ति की गई थी।
कई पैकेट पब्लिक आहार स्टाल से रेलवे ट्रेनों में लोड किए गए थे। इस लिए मध्य रेलवे मंडल प्रबंधक मनीष अग्रवाल, वरिष्ठ वाणिज्यिक प्रबंधक अमन मित्तल ने इस घटना को गंभीरता से लिया और पार्सल बेचने वाले पब्लिक आहार स्टॉल को 26 अप्रैल को सील कर दिया।आहार का नमूना भी जब्त किया गया है।
आहार को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। मध्य रेलवे प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। नागपुर और बल्लारशाह दोनों रेल्वे स्टेशनों से विभिन्न खाद्य पदार्थों के नमूने जब्त किए गए हैं।इसे परीक्षण के लिए लैब में भेजा गया है और इसकी रिपोर्ट मंगलवार तक आ जाएगी।
वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक ने बताया कि कार्रवाई का स्वरूप उसके बाद तय किया जाएगा. आवश्यकता है की आईआरसीटीसी, कमर्शियल तथा स्वस्थ विभाग ने समय समय पर ट्रेनों में बेचे जा रहे खाद्य पदार्थों का परिक्षण करते रहना चाहिए अन्यथा यात्रियों के स्वस्थ के साथ खिलवाड़ होना जारी रहेगा।